वास्तु शास्त्र- हर व्यक्ति की इच्छा होती है कि उसका हंसता- खेलता परिवार हो. जिसकी वह समय-समय पर हर इच्छा को पूरी करता रहे. लेकिन कई बार यह सारी इच्छाएं पूरी नहीं हो पाती हैं. हालांकि व्यक्ति इसके लिए पूरी मेहनत करता है, दरअसल वास्तु शास्त्र की बात करें तो इसका कारण होता है जीवन में पैदा वास्तु दोष. जिस कारण जीवन कई बार उल्टी दिशा में जाने लगता है तो अगर आपके साथ भी ऐसा हो रहा है तो चलिए आपको बताते हैं वास्तु दोष से छुटकारा पाने की सबसे आसान और सरल उपाय. जिन्हें अपनाकर आप भी अपनी जिंदगी में वो सब हासिल कर सकेंगे जिसकी आप कामना रखते हैं. अगर वास्तु शास्त्र विज्ञानियों का कहा माना जाए तो कई बार लोग जाने- अनजाने में ऐसी गलतियां कर बैठते हैं जिस कारण उन्हें जीवन में धन संबंधी परेशानियों से गुजरना पड़ता है. ऐसे में इस बात का पता होना जरूरी है कि किन चीजों को वास्तु शास्त्र में दोष माना जाता है. ताकि भूल से भी इन चीजों का इस्तेमाल ना किया जाए और ना ही इसकी वजह से जीवन में पैसों की तंगी हो.

वास्तु शास्त्र में हर समस्या का समाधान बताया गया है. अक्सर लोग कुछ ऐसी गलतियां करते हैं जिसका वे अंदाजा भी नहीं लगा पाते हैं और इन गलतियों के कारण इंसान का जीवन अस्त-व्यस्त हो जाता है. उनके ऊपर कई तरह की परेशानियां आती- जाती रहती है तो वही हमेशा पैसों की तंगी भी छाई रहती है. ऐसे में वास्तु शास्त्र के मुताबिक जानते हैं कि घर के की गलतियों को तुरंत सुधार कर लेना चाहिए. ताकि परेशानियों का सामना ना करना पड़े.
चलिए जानते हैं विस्तार से-
वास्तु शास्त्र के मुताबिक डाइनिंग टेबल को पूर्व दिशा में रखना अच्छा माना गया है. इससे पाचन संबंधी समस्या दूर होती है. वही पूरब दिशा में रसोई घर बनाने से बचना चाहिए.
वास्तु शास्त्र के अनुसार किचन रूम को दक्षिण पूर्व दिशा में बनवाना चाहिए. वहीं चूल्हे को पूर्व दिशा में रखना शुभ माना जाता है. ऐसा करने से घर में रहने वालों की सेहत ठीक रहती है.

मकान का मास्टर बेडरूम की दिशा दक्षिण-पश्चिम में होना चाहिए. वास्तु शास्त्र के मुताबिक उत्तर दिशा की ओर मुख करके सोना अशुभ होता है. दीवार और बिस्तर की दूरी कम से कम 3 से 4 इंच जरूर होनी चाहिए.
वास्तु शास्त्र के अनुसार बेडरूम में या सीढियों के पास कभी भी अंधेरा ना रखें. इन जगहों के अच्छी तरह से रोशन करके रखना चाहिए. याददास्त तथा एकाग्रता के लिए स्टडी रूम में संगमरमर या लकड़ी के फर्नीचर का प्रयोग करना चाहिए.
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के उत्तर- पश्चिम दिशा में कभी अंधेरा नहीं रखना चाहिए. जिस घर में इस स्थान पर अंधेरा होता है उनके जीवन में पैसों से संबंधित समस्याएं बनी रहती है. यानी कि उन्हें आर्थिक तंगी का सामना भी करना पड़ता है.
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के बगीचे में तुलसी का पौधा या नीम का पेड़ लगाना अच्छा बताया गया है. इससे सेहत अच्छी रहती है साथ ही घर में सुख- शांति भी बनी रहती है.
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के दरवाजे पर जूते-चप्पल रखना अच्छा नहीं माना गया है. इतना ही नहीं घर के मुख्य द्वार सहित किसी भी अन्य कमरे के दरवाजे पर जूते- चप्पल नहीं रखना चाहिए. इसके विपरीत वास्तुशास्त्री कहते हैं कि सुबह घर के मुख्य द्वार पर एक लोटा पानी डालें और माता लक्ष्मी का ध्यान करें. ऐसा करने से कभी धन की कमी नहीं होगी.
घर की छत पर कचरा और फालतू सामान रखने से भी लोग आर्थिक रूप से कमजोर होते हैं जिससे परिवार के लोगों की कमाई के स्रोतों में रुकावट तो आती ही है साथ ही मानसिक स्थिति पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है.
नोट- यह लेख शैक्षणिक उद्देश्य से लिखा गया है अधिक जानकारी के लिए किसी वास्तु शास्त्री से सलाह जरूर लें. धन्यवाद.
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