महामंजिष्ठादि क्वाथ बनाने की विधि, उपयोग एवं फायदे
महामंजिष्ठादि क्वाथ बनाने के लिए इन जड़ी-बूटियों की आवश्यकता होगी. पनीर 20 ग्राम. पित्त पापड़ा 20 ग्राम. अनंत मूल 20
महामंजिष्ठादि क्वाथ बनाने के लिए इन जड़ी-बूटियों की आवश्यकता होगी. पनीर 20 ग्राम. पित्त पापड़ा 20 ग्राम. अनंत मूल 20
महारास्नादि क्वाथ बनाने के लिए इन जड़ी-बूटियों की आवश्यकता होगी. गंगेरन 20 ग्राम. बेल की जड़ 20 ग्राम. गोरखमुंडी 20
अद्रकासव बनाने के लिए इन चीजों की जरूरत पड़ेगी. अदरक का रस- 500ml. घृतकुमारी का गुदा 500ml. गुड़- 500 ग्राम.
लोहासव बनाने के लिए इन जड़ी- बूटियों की आवश्यकता होगी. लौह भस्म या शुद्ध लौह चूर्ण 50 ग्राम, सफेद जीरा
कर्पूरासव बनाने के लिए इन जड़ी- बूटियों की जरूरत होगी. कपूर 40 ग्राम, मृत संजीवनी सुरा या रेक्टिफाइड स्पिरिट 500
वासासव बनाने के लिए इन जड़ी- बूटियों की जरूरत होगी. अडूसा के पत्तों का रस 1 लीटर, मृत संजीवनी सुरा
मृगमदासव बनाने के लिए इन चीजों की आवश्यकता होगी. मृत संजीवनी सुरा या रेक्टिफाइड स्प्रिट 250 मिलीलीटर, शहद सवा सेर,
हेल्थ डेस्क- कनकासव एक आयुर्वेदिक औषधि है. जिसका उपयोग कई प्रकार के रोगों को दूर करने के लिए किया जाता है.
हेल्थ डेस्क- दशमूलारिष्ट एक आयुर्वेदिक औषधि है. जिसे कई जड़ी- बूटियों की मेल से अरिष्ट विधि से तैयार किया जाता
अमृतारिष्ट बनाने के लिए इन जड़ी-बूटियों की आवश्यकता होगी. हरा गूरिच 5 सेर, दशमूल 5 सेर को छोटे-छोटे टुकड़े करके
द्राक्षासव बनाने के लिए इन जड़ी-बूटियों की आवश्यकता होगी. काली द्राक्ष 1250 ग्राम, खजूर 500 ग्राम लेकर ( द्राक्ष और
अशोकारिष्ट बनाने के लिए इन जड़ी-बूटियों की आवश्यकता होगी. अशोक छाल 1 किलो, लोध 500 ग्राम को अधकुटा करके 20
अर्जुनारिष्ट बनाने के लिए आपको इन जड़ी- बूटियों की आवश्यकता होगी. अर्जुन छाल 2 किलो, काली द्राक्ष डेढ़ किलो, पहले
हेल्थ डेस्क- कुमारी आसव एक हर्बल पदार्थों से बनी हुई आयुर्वेदिक औषधि है जो मानव की कार्यशैली में सुधार कर
खदिरारिष्ट बनाने के लिए जड़ी- बूटियों की आवश्यकता होगी. खदिरारिष्ट बनाने की विधि, उपयोग एवं फायदे खैर छाल 500 ग्राम,
चंदनासव बनाने के लिए जड़ी- बूटियों की आवश्यकता होगी. चंदनासव बनाने की विधि, उपयोग एवं फायदे सफेद चंदन, नागर मोथा,
सारस्वतारिष्ट बनाने के लिए इन जड़ी- बूटियों की आवश्यकता होगी. सारस्वतारिष्ट बनाने की विधि, उपयोग एवं फायदे ब्रह्मी 250 ग्राम,