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बुढ़ापे में भी मर्दाना कमजोरी दूर करने के 9 घरेलू उपाय

By : Dr. P.K. Sharma (T.H.L.T. Ranchi)In : Health TipsRead Time : 2 MinUpdated On January 25, 2022

हेल्थ डेस्क- आजकल की व्यस्त जिंदगी में हर कोई की चाहत होती है कि वह स्वस्थ एवं ठीक रहे और स्वस्थ जीवन जिए. लेकिन व्यस्तता के कारण अपने स्वास्थ्य का ख्याल रख पाना मुश्किल सा होते जा रहा है. जिसके कारण शरीर में कई तरह की समस्याएं उत्पन्न होने लगती है. जिसके कारण शारीरिक कमजोरी का होना आमबात हो जाती है. शारीरिक कमजोरी होने का प्रभाव मर्दाना कमजोरी पर पड़ने लगता है जिसके कारण कई बार उनकी शादीशुदा जिंदगी भी प्रभावित होने लगता है. लोग इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए वियाग्रा जैसी दवाओं का सेवन करने लगते हैं. जिसका लगातार सेवन करने से एक समय ऐसा आता है कि स्वास्थ्य को नुकसान होने लगता है. इसलिए ऐसी दवाओं के सेवन से बेहतर होगा कि अपने स्वास्थ्य का खास ख्याल रखना शुरु कर दें. अपने खानपान में पौष्टिक चीजों को शामिल करें और आयुर्वेदिक एवं घरेलू उपाय का सेवन करें. घरेलू एवं आयुर्वेदिक उपाय हमेशा ही सेहत के लिए लाभदायक साबित होगा.

तो चलिए जानते हैं मर्दाना कमजोरी दूर करने के घरेलू उपाय-

1 .करें खजूर का सेवन-

बुढ़ापे में भी मर्दाना कमजोरी दूर करने के 9 घरेलू उपाय

खजूर का सेवन करना सेहत के लिए काफी लाभदायक होता है. इसके नियमित सेवन करने से ना सिर्फ मर्दाना कमजोरी दूर होती है बल्कि शारीरिक कमजोरी भी दूर होती है क्योंकि खजूर में प्रचुर मात्रा में पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो शरीर को शक्तिशाली और ताकतवर बनाने में मदद करते हैं. इतना ही नहीं शरीर में खून की कमी होने पर भी खजूर का सेवन करना लाभदायक होता है. इसलिए मर्दाना कमजोरी से परेशान है तो प्रतिदिन 4 से 5 खजूर दूध के साथ सेवन करना शुरू कर दें. ऐसा करने से मर्दाना कमजोरी दूर होकर आपका शरीर हृष्ट- पुष्ट और मजबूत बनेगा.

2 .भरपूर मात्रा में करें पानी का सेवन-

बुढ़ापे में भी मर्दाना कमजोरी दूर करने के 9 घरेलू उपाय

भरपूर मात्रा में पानी पीना सेहत के लिए काफी लाभदायक होता है. अगर आपके शरीर में पानी की कमी हो जाती है तो आप थका- थका महसूस करने लगते हैं. आपको कमजोरी महसूस होने लगती है. कई बार ज्यादा प्यास लगने के बाद चक्कर आने लगता है और शरीर में कमजोरी होने की वजह मर्दाना शक्ति प्रभावित होता है. इसलिए प्रतिदिन 8 से 10 गिलास पानी पिएं. नियमित ऐसा करने से आपका शरीर स्वस्थ होने के साथ ही मर्दाना कमजोरी दूर करने में मददगार होगा और कई तरह के स्वास्थ्य लाभ भी होंगे.

3 .करें शतावरी का सेवन-

शतावरी का इस्तेमाल आयुर्वेद में कई तरह की बीमारियों को दूर करने के लिए सदियों से किया जाता रहा है. शतावरी के सेवन से भूख बढ़ती है और शरीर को ताकत मिलता है. जिससे मर्दाना कमजोरी दूर करने में आसानी हो जाती है. इसके लिए एक चम्मच शतावरी का चूर्ण और एक चम्मच मिश्री का चूर्ण मिलाकर दूध के साथ सेवन करना फायदेमंद होगा.

4 .करें अश्वगंधा का सेवन-

अश्वगंधा का इस्तेमाल आयुर्वेद में महिला व पुरुष के गुप्त रोगों को दूर करने के लिए सदियों से किया जाता रहा है. इसके नियमित सेवन करने से महिला एवं पुरुषों के कई गुप्त रोग दूर हो जाते हैं. यदि आप मर्दाना कमजोरी या अन्य गुप्त रोगों से जूझ रहे हैं तो अश्वगंधा का सेवन करना आपके लिए काफी लाभदायक साबित होगा. इसके लिए एक चम्मच अश्वगंधा पाउडर और एक चम्मच मिश्री का पाउडर को मिलाकर दूध के साथ सुबह-शाम सेवन करें. ऐसा करने से शारीरिक कमजोरी दूर होगी और मर्दाना ताकत में इजाफा होगा. साथ ही शीघ्रपतन, स्वप्नदोष, नपुंसकता आदि समस्याएं भी दूर हो जाएगी.

5 .करें आंवला का सेवन-

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आंवला को आयुर्वेद अमृत समान गुणकारी माना गया है. आंवला न सिर्फ पेट से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में मददगार होता है बल्कि आंवले के सेवन से कई तरह के गुप्त रोग भी दूर हो जाते हैं. यदि आप मर्दाना कमजोरी से जूझ रहे हैं तो एक चम्मच आंवले का चूर्ण और एक चम्मच शहद को अच्छी तरह से मिलाकर दिन में 2 बार सेवन करना शुरू कर दें. इससे स्वप्न दोष दूर होता है एवं वीर्य गाढ़ा होकर शीघ्र स्खलन की समस्या दूर होती है.

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6 .करें अजवाइन का सेवन-

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अजवाइन का इस्तेमाल घर-घर में भोजन के स्वाद को बढ़ाने के लिए मसाले के रूप में किया जाता है. लेकिन यह ना सिर्फ भोजन के स्वाद को बढ़ाने में मददगार होता है बल्कि कई औषधीय गुणों से भरपूर होता है. यदि आप मर्दाना कमजोरी की समस्या से परेशान हैं तो अजवाइन आपके लिए काफी मददगार साबित हो सकता है. इनके लिए 100 ग्राम अजवाइन लें. अब इसे प्याज के रस में भिगोकर धूप में सुखा लें. सूखने के बाद फिर इसमें प्याज का रस डालकर जाए. इस प्रकार तीन- चार बार करने के बाद सुखाकर पीसकर पाउडर बना लें और इसे सुरक्षित रखें और एक चम्मच की मात्रा में पिसी हुई मिश्री के साथ सेवन करें. फिर एक गिलास दूध पी लें. इसका नियमित 1 महीने तक सेवन करने से मर्दाना ताकत बेतहाशा वृद्धि होगी. अगर इसके सेवन के दौरान ब्रह्मचर्य का पालन किया जाए तो यह 100% कारगर नुस्खा है.

7 .करें इमली बीज का सेवन-

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इमली का इस्तेमाल करके लोग इसके बीच को बेकार समझ कर फेंक देते हैं. लेकिन यह गुप्त रोगों को दूर करने के लिए काफी फायदेमंद दवा है. इसके लिए इमली के बीज को पानी में भिगोकर रखें. इसके बाद छिलका उतारकर सुखा लें. अब इसे पीसकर पाउडर बना लें. इसके बाद उतना ही मात्रा में पिसी हुई मिश्री मिलाकर सुरक्षित रख लें. अब आधा चम्मच की मात्रा में सुबह-शाम दूध के साथ इसका नियमित सेवन करें. इसके नियमित सेवन करने से कुछ ही दिनों में सेक्स स्टैमिना बढ़ने लगेगी एवं संभोग करने की ताकत मजबूत होगा.

8 .करें लहसुन का सेवन-

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हर घर में लहसुन का इस्तेमाल भोजन के स्वाद को बढ़ाने के लिए किया जाता है. लेकिन आपको बता दें कि यह औषधीय गुणों का भंडार होता है. आयुर्वेद के अनुसार यह कई रोगों को दूर करने की क्षमता रखता है. यदि आप मर्दाना कमजोरी की समस्या से जूझ रहे हैं तो 100 ग्राम लहसुन पिस कर उसमें 60 मिलीलीटर शहद मिलाकर एक साफ-सुथरी बोतल में भरकर  अनाज में 31 दिन के लिए रख दें. 31 दिनों के बाद इसे अनाज से निकालकर 10 ग्राम की मात्रा में लगातार 40 दिनों तक सुबह खाली पेट सेवन करें. इसके 40 दिन सेवन करने से सेक्स स्टेमिना मजबूत हो जाती है.

9 .करें हल्दी का सेवन-

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हर घर में हल्दी का इस्तेमाल भोजन के स्वाद और रंग को बनाने के लिए किया जाता है. हल्दी कई औषधीय गुणों से परिपूर्ण मसालों में से एक है. इसका नियमित सेवन करना मर्दाना कमजोरी दूर करने में काफी मददगार होता है. वीर्य पतला होने पर एक चम्मच हल्दी का पाउडर और एक चम्मच शहद को अच्छी तरह से मिलाकर प्रतिदिन सुबह खाली पेट सेवन करने से वीर्य गाढ़ा हो जाता है और सेक्स स्टैमिना में काफी इजाफा होता है.

नोट- यह पोस्ट शैक्षिक उद्देश्य से लिखा गया है किसी भी प्रयोग से पहले योग्य चिकित्सक की सलाह एक बार जरूर लें. धन्यवाद.

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The information given on this website is based on my own experience and Ayurveda. Take the advice of a qualified doctor (Vaidya) before any use. This information is not intended to be a substitute for any therapy, diagnosis or treatment, as appropriate therapy according to the patient's condition may lead to recovery. The author will not be responsible for any damage caused by improper use. , Thank you !!

Dr. P.K. Sharma (T.H.L.T. Ranchi)

मैं आयुर्वेद चिकित्सक हूँ और जड़ी-बूटियों (आयुर्वेद) रस, भस्मों द्वारा लकवा, सायटिका, गठिया, खूनी एवं वादी बवासीर, चर्म रोग, गुप्त रोग आदि रोगों का इलाज करता हूँ।

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