अगर बच्चों में दिखाई दे ये 5 लक्षण तो हो सकता है फेफड़ों का कैंसर

हेल्थ डेस्क- फेफड़ों में कैंसर की समस्या आज के समय में बड़े ही नहीं बल्कि बच्चों में भी देखने को मिल रही है. बच्चों में भी फेफड़ों का कैंसर का खतरा तेजी से बढ़ा है. बच्चों में लिंफोमा और ल्युकोमिया का खतरा अधिक है. फेफड़ों में कैंसर की समस्या तब शुरू होती है जब शरीर में कैंसर की कोशिकाएं तेजी से बढ़ने लगती है.

अगर बच्चों में दिखाई दे ये 5 लक्षण तो हो सकता है फेफड़ों का कैंसर
अगर बच्चों में दिखाई दे ये 5 लक्षण तो हो सकता है फेफड़ों का कैंसर

एक रिपोर्ट के अनुसार दुनिया भर में प्रति बर्ष होने वाली मौतों में फेफड़ों के कैंसर की वजह से होने वाली मौतें शीर्ष पर है. यदि सही समय पर फेफड़ों के कैंसर के लक्षणों को पहचान कर जांच और इलाज कराया जाए तो ठीक हो सकती है. हालांकि आमतौर पर ज्यादातर लोगों को लगता है कि फेफड़ों में कैंसर सिर्फ बड़े लोगों में ही होता है लेकिन यह सोचना गलत है. फेफड़ों के कैंसर की समस्या बच्चों में भी हो सकती है और यह बीमारी तेजी से बच्चों में फैल भी रही है.

तो चलिए जानते हैं बच्चों में फेफड़ों के कैंसर के लक्षण-

दूसरे कैंसर की तुलना में बच्चों में फेफड़ों का कैंसर तेजी से फैलता है. शुरुआत में इस बीमारी के लक्षण ना के बराबर या सामान्य होते हैं लेकिन जब यह बीमारी बढ़ जाती है तो इसके लक्षण भी गंभीर होने लगते हैं. बच्चों में फेफड़ों के कैंसर होने पर दिखने वाले कुछ लक्षण इस तरह है.

1 .चेहरे और गले पर सूजन होना-

अगर बच्चों में दिखाई दे ये 5 लक्षण तो हो सकता है फेफड़ों का कैंसर
अगर बच्चों में दिखाई दे ये 5 लक्षण तो हो सकता है फेफड़ों का कैंसर

बच्चों में चेहरे और गले पर सूजन आना भी फेफड़ों का कैंसर का शुरुआती लक्षण हो सकता है. अचानक गले और चेहरे में बदलाव और सूजन दिखने पर नजरअंदाज नहीं करें बल्कि डॉक्टर की सलाह लें. फेफड़ों का कैंसर बढ़ने पर यह लक्षण और गंभीर होने लगते हैं. सही समय पर जांच कराने और इलाज से इस बीमारी को आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है.

2 .सांस लेने में परेशानी-

फेफड़ों में कैंसर होने पर सांस लेने में परेशानी होने लगती है. इसके अलावा थोड़ी चढ़ने या दौड़ने पर मरीज को समस्याएं होने लगती है. सांस लेने में कठिनाई महसूस होना, सांस लेते समय गले में सीटी जैसा आवाज होना, सीने में दर्द, सांस लेते समय घबराहट होना आदि फेफड़ों के कैंसर के लक्षण होते हैं.

3 .भूख का कम हो जाना-

बच्चों में फेफड़ों का कैंसर होने पर भूख कम हो जाती है या फिर भूख न लगने की समस्या होती है. अगर बच्चे को ज्यादा समय तक भूख नहीं लगती है या उसका कुछ खाने का मन नहीं करता है तो आपको डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए.

4 .लंबे समय तक कमजोरी या थकान महसूस करना-

थकान और कमजोरी भी बच्चों में फेफड़ों के कैंसर के लक्षण हो सकते हैं. थकान और कमजोरी महसूस होना भी कोई आम समस्या नहीं है बल्कि यह फेफड़ों का कैंसर का एक लक्षण है. थोड़ा सा चलने पर सांस का फूलना और जल्दी थक जाना फेफड़ों के कैंसर होने का खतरा है.

5 .दो-तीन सप्ताह तक लगातार खांसी आना-

बच्चों को 2 से 3 सप्ताह तक लगातार खांसी आना भी फेफड़ों का कैंसर के लक्षण होता है. बच्चों में लंबे समय तक खांसी रहने पर आपको इसे नजरअंदाज नहीं करनी चाहिए, बल्कि डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए. अगर लंबे समय तक खांसी होती है और साथ में सीने में दर्द और बलगम में खून आता है तो ऐसी स्थिति को गंभीर समझना चाहिए. यह फेफड़ों के कैंसर के लक्षण हो सकते हैं.

नोट- बच्चों में फेफड़ों का कैंसर होने पर उपर्युक्त लक्षण दिखलाई देते हैं. इन लक्षणों को दिखने पर इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए बल्कि डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए. सही समय पर बीमारी का पता चलने पर इसका इलाज आसानी से हो सकती है और इससे छुटकारा मिल सकता है. धन्यवाद.

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I am an Ayurveda doctor and treat diseases like paralysis, sciatica, arthritis, bloody and profuse piles, skin diseases, secretory diseases etc. by herbs (Ayurveda) juices, ashes.

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