हेल्थ डेस्क- हमारे आसपास कई ऐसे पेड़- पौधे हैं जो औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं तो वही कई ऐसे फूल हैं जिसे हम घर एवं बाग- बगीचों की शोभा बढ़ाने के लिए लगाते हैं. जबकि इन फूलों में भी औषधीय गुण होते हैं जिसका जानकारी हमें नहीं होने के कारण सिर्फ इसे शोभा बढ़ाने के रूप में ही हम इस्तेमाल कर पाते हैं.
आज हम आपको एक ऐसे ही फूल के बारे में बताने जा रहे हैं जो घर एवं बाग- बगीचों की शोभा बढ़ाने के साथ ही औषधीय गुणों का भंडार है. जी हां हम आज बात करने वाले हैं सदाबहार फूल का. यह फूल हर मौसम में उगता है और खिलता है बस इसे पानी मिलते रहना चाहिए.
सदाबहार का फूल पूजा के काम में भी लिया जाता है. इसे अलग-अलग जगहों अलग-अलग नामों से जाना जाता है इसे नयनतारा, सदाफूली, सदाबहार आदि नामों से जाना जाता है.

सदाबहार की कुल 8 प्रजातियां होती है इनमें से सात मेडागास्कर में तथा 8वीं भारतीय उपमहाद्वीप में पाई जाती है. सदाबहार का वैज्ञानिक नाम केथारेन्थस है. भारत में पाई जाने वाली सदाबहार प्रजाति का वैज्ञानिक नाम केथा रेन्थस रोजस है. यह फूल न केवल सुंदर और आकर्षक है बल्कि औषधीय गुणों से भरपूर है जो कई रोगों को दूर करने में मददगार होता है.
सदाबहार फूल फायदे-
1 .मधुमेह को रखती है नियंत्रित-
सदाबहार मधुमेह की बीमारी के लिए बहुत ही लाभदायक जड़ी- बूटी है, यह मधुमेह की बीमारी को नियंत्रित रखती है इसके लिए सदाबहार की 3-4 कोमल पत्तियां चबाकर रस चूसने से मधुमेह रोग में लाभ होता है.
या आधी कप गर्म पानी में सदाबहार की 3-4 ताजे गुलाबी फूल 5 मिनट तक भिगोकर रखें. उसके बाद उनको निकाल दें और यह पानी सुबह खाली पेट पी लें. यह प्रयोग 10- 12 दिन तक करें. आपका शुगर लेवल कम होने लगेगा.
या सदाबहार के पौधे के 4 पत्तों को साफ करके सुबह खाली पेट चबा लें और फिर पानी पी लें. इससे मधुमेह में अच्छा लाभ होता है. यह प्रयोग कम से कम 3 महीने तक लगातार करना चाहिए.
या सदाबहार और नीम के 7-7 पत्तों को चबाकर खाली पेट सेवन करने से मधुमेह में काफी राहत मिलता है. इससे बढ़ा हुआ शुगर लेवल जल्दी नियंत्रित हो जाता है.
2 .त्वचा से संबंधित रोगों के लिए-
सदाबहार की पत्तियों के रस को ततैया या मधुमेह के डंक मारने पर लगाने से बहुत जल्दी राहत मिलता है. इस रस को घाव पर लगाने से घाव जल्दी सूखने लगता है. त्वचा पर खुजली, लाल निशान या किसी तरह की एलर्जी होने पर पत्तियों के रस को लगाने की राहत मिलता है.
सदाबहार के फूलों और पत्तियों के रस को मुंहासे पर लगाने से कुछ ही दिनों मे छुटकारा मिल जाती है. पत्तियों और फूलों को पानी में कुचल कर लेप बनाकर मुहांसों पर दिन में कम से कम 2 बार लगाने की मुहासे जल्दी खत्म हो जाते हैं.
3 .रोग प्रतिरोधक क्षमता को बनाता है मजबूत-
सदाबहार के फूलों और पत्तियों का नियमित सेवन करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है इससे शरीर को रोगों से लड़ने की शक्ति मिलती है.
4 .सर्दी- जुकाम को करती है दूर-
सदाबहार के पौधों की पत्तियों को तोड़कर और उसका रस निकाल कर गर्म पानी के साथ सेवन करने से सर्दी- जुकाम से जल्दी राहत मिल जाता है.
5 .ब्लड प्रेशर में है लाभदायक-
ब्लड प्रेशर के मरीज के लिए सदाबहार पौधा काफी लाभकारी होता है. सदाबहार के पौधे की जड़ में अज्मलसिने नामक एल्केलाइड पाया जाता है जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मददगार होता है. जिन लोगों को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या होती है वह अगर सदाबहार के पौधे की जड़ को सुबह-सुबह चबाकर खाएं तो ब्लड प्रेशर की समस्या छुटकारा मिलता है.
6 .कैंसर से करता है बचाव-
सदाबहार पौधे के पत्ते में कैंसर से बचने के लिए आवश्यक तत्व मौजूद होते हैं. इसकी पत्तियों में विन्क्रिस्टिन और विम्ब्लास्टिन नामक एंजाइम पाए जाते हैं जो कैंसर से बचने में मदद करते हैं. कैंसर के रोगियों को इसकी पत्तियों की चटनी बनाकर नियमित सेवन करने से लाभ होता है.
नोट- यह लेख शैक्षणिक उद्देश्य से लिखा गया है. किसी भी प्रयोग से पहले योग्य चिकित्सक की सलाह जरूर लें. धन्यवाद.
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