हेल्थ डेस्क- आज के इस दौर में चाहे युवा हो या बुजुर्ग अपनी मर्दाना ताकत को लेकर हर कोई चिंतित रहते हैं. मर्दाना ताकत का मतलब सिर्फ यौन क्षमता या सेक्स पावर ही समझ लिया जाता है जबकि इसका अभिप्राय मानसिक एवं शारीरिक रूप से एक पुरुष कितना स्वस्थ है यह देखा जाता है.

चलिए जानते हैं विस्तार से-
आज के वर्तमान समय खानपान में विकृति एवं व्यस्त जीवनशैली, बढ़ते हुए तनाव आदि के कारण स्वास्थ्य पर काफी बुरा प्रभाव पड़ रहा है. अभी के समय में पुरुषों में मर्दाना कमजोरी और यौन समस्याओं से ग्रसित काफी संख्या में पाया जाता है. हाल ही में किए गए एक सर्वेक्षण में पाया गया है कि 20 से 30 साल के उम्र के लोग शीघ्रपतन, नपुंसकता, थकान, कामेच्छा में कमी जैसी मर्दाना कमजोरियों का शिकार है. जबकि पहले के लोग 50 साल की उम्र में भी मर्दाना ताकत को कायम रखने में सक्षम रहते थे क्योंकि उस समय का खान- पान, रहन सहन काफी अलग था.
मर्दाना ताकत कैसे बढ़ाए ? How to increase male power?
इन्हीं कमजोरियों को ध्यान में रखते हुए आज हम एक लेख में आपको कुछ बेहतरीन आयुर्वेदिक जड़ी- बूटियों के बारे में बताएंगे जो ना सिर्फ मर्दाना ताकत बढ़ाने में मदद करती है बल्कि पुरुषों को होने वाली सभी प्रकार की कमजोरियों को दूर करने की क्षमता रखती है.
1 .करें अश्वगंधा का सेवन-
आयुर्वेद में अश्वगंधा को रसायन माना जाता है. इसका इस्तेमाल महिला व पुरुषों के गुप्त रोगों को दूर करने के लिए सदियों से आयुर्वेद में किया जाता है. अश्वगंधा पौष्टिक, बलवर्धक, वीर्य वर्धक आदि गुणों से युक्त जड़ी- बूटी है इसलिए मर्दाना ताकत बढ़ाने के लिए जड़ी-बूटी के रूप में इस्तेमाल करना है. इसके लिए अश्वगंधा पीसकर पाउडर बना लें और सुरक्षित रखें. अब इस में से आधा से एक चम्मच की मात्रा में सुबह-शाम दूध के साथ सेवन करने से मर्दाना ताकत में बढ़ोतरी होती है. आप चाहे तो आयुर्वेद में अश्वगंधा से बनी औषधियां मिलती है जिसका उपयोग करके भी लाभ उठा सकते हैं. जैसे- अश्वगंधा पाक, अश्वगंधारिष्ट, अश्वगंधादि चूर्ण, अश्वगंधा घृत इत्यादि.
How to increase male power?
2 .करें कौंच बीज का सेवन-
मर्दाना कमजोरी दूर करने के लिए कौंच बीज का सेवन करना लाभदायक होता है. यह अत्यधिक उष्ण वीर्य वाली जड़ी बूटी है. वे पुरुष जिनकी शुक्राणुओं की संख्या कम हो गई हो, उत्तेजना में कमी हो उनके लिए कौंच बीज का सेवन करना काफी लाभदायक होता है. यह वात नाशक, उष्ण वीर्य, कामोत्तेजक, शरीर को बल देने वाला, बाजीकारक होता है. कौंच बीज का सेवन करने के लिए कौंच के बीजों को रात भर के लिए पानी में भिगोकर रख दें सुबह उसका छिलका उतारकर धूप में सुखा लें और पीसकर पाउडर बना लें. अब इस पाउडर को आधा के एक चम्मच की मात्रा दूध के साथ सुबह-शाम नियमित सेवन करें. ऐसा करने से मर्दाना कमजोरी, नपुंसकता, वीर्य पतलापन आदि समस्याएं दूर हो जाती है.
3 .करें सफेद मूसली का सेवन-
सफेद मूसली महिला व पुरुष के लगभग समस्त गुप्त रोगों को दूर करने में काफी असरकारी हुई है. इसके सेवन से पुरुषों में नपुंसकता, शीघ्रपतन, शुक्र की कमी जैसी मर्दाना कमजोरी को दूर करने शक्ति है. सफेद मूसली वातपित्त नाशक, पौष्टिक एवं वीर्य वर्धक जड़ी- बूटी है, मर्दाना कमजोरी दूर करने के लिए सफेद मूसली को पीसकर चूर्ण बना लें. इसमें से आधा से एक चम्मच की मात्रा में उतना ही मिश्री का पाउडर मिलाकर दूध के साथ सुबह-शाम नियमित सेवन करें. इसके सेवन से नपुंसकता, शीघ्रपतन, वीर्य पतलापन जैसी समस्याएं दूर हो जाती है. साथ ही इसके सेवन से शरीर बलवान बनता है.
4 .करें गोखरू का सेवन-
आयुर्वेद में गोखरू का विशेष महत्व है. इसका उपयोग बहुत से आयुर्वेदिक दवा के निर्माण में किया जाता है. विशेष प्रकार के रोगों और यौन रोगों को दूर करने के काफी प्रचलित जड़ी- बूटी है. गोखरू पित्त नाशक, पेशाब लाने वाली, दर्द को दूर करने वाली, पौष्टिक और बाजी कारक है.
गोखरू का उपयोग युवा एवं बुजुर्ग दोनों के लिए ही काफी लाभदायक है. यह ताकतवर रसायन है. इसके लड्डू बनाकर सेवन करने से शारीरिक एवं यौन दोनों ही कमजोरियां दूर हो जाती है. स्वप्नदोष, कामेच्छा में कमी, शुक्राणुओं की किमी जैसे रोगों में इस जड़ी- बूटी का उपयोग करना काफी लाभदायक होता है. इसके सेवन से शरीर मजबूत होता है. वीर्य गाढ़ा होता है एवं सभी तरह की कमजोरियां दूर हो जाती है.
5 .करें शतावरी का सेवन-
शतावरी का उपयोग आयुर्वेद सदियों से महिला व पुरुष के गुप्त रोगों को दूर करने के लिए किया जाता रहा है. इसे आयुर्वेद में रसायन की संज्ञा दी गई है. यह पुरुषों एवं महिलाओं दोनों के लिए समान रूप से फायदेमंद है. मर्दाना ताकत के लिए यह बहुत ही उपयोगी औषधि है. थकान, कमजोरी, कामेच्छा में कमी, वीर्य की कमी आदि में सेवन करना लाभदायक होता है. शतावरी बाजीकरण, स्वास्थ्य वर्धक, दीपक, शुक्रल, यौन रोग नाशक होता है. इसके लिए शतावरी को पीसकर पाउडर बना लें और सुरक्षित रख लें. अब आधा से एक चम्मच की मात्रा गाय के दूध के साथ नियमित सेवन करें. ऐसा करने से कुछ ही दिनों में शीघ्रपतन, नपुंसकता आदि दूर होकर मर्दाना ताकत में बढ़ोतरी होगी.
6 करें सालम मिश्री का सेवन-
सालम मिश्री को सालम पंजा के नाम से भी जाना जाता है,. यह बलवर्धक एवं पुष्टि कारक जड़ी बूटी है. नपुंसकता, शीघ्रपतन, सिरदर्द, शुक्र दोष आदि रोगों में इसका उपयोग किया जाता है. इसके योग से बना सालम पाक काम उत्तेजना बढ़ाने के लिए उपयोगी है. यह पुरुषों के लिए मर्दाना ताकत बढ़ाने वाली जड़ी- बूटी भारत में पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में पाई जाती है. सालम मिश्री कामोत्तेजक, पित्तनाशक, बल देने वाला, बाजीकरण एवं शुक्राणु की वृद्धि करने वाला होता है. इसके लिए सालम मिश्री को पीसकर पाउडर बना लें और आधा से चम्मच की मात्रा में गाय के दूध के साथ सेवन करें.
नोट- इस लेख में दी गई जानकारी शैक्षणिक उद्देश्य से है. किसी भी प्रयोग से पहले योग्य चिकित्सक की सलाह जरूर लें. धन्यवाद.